साथियों बिहार में 38 जिलों में से एक जिला अररिया भी है, जिसका मुख्यालय अररिया शहर में स्थित है एवं यह जिला पूर्णिया प्रमंडल का हिस्सा है I इस जिले का कुल क्षेत्रफल लगभग 2830 वर्ग किलोमीटर है तथा यहां की जनसंख्या 28,11,569 है एवं इसकी साक्षरता दर अररिया जिला के NIC पोर्टल के मुताबिक 53.53 है इस जिले में 751 गांव तथा 9 खंड हैं एवं 6 विधानसभा क्षेत्र जिला है जो निम्न है 1. नरपतगंज, 2. फॉरबिसगंज ,3. अररिया, 4. जोकीहाट, 5. सिकटी, 6. रानीगंज आदि अररिया जिले के विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं तथा इन सभी 6 विधानसभा क्षेत्र को मिलाकर अररिया जिला बनता है एवं अररिया जिला खुद एक लोकसभा क्षेत्र है I
इसके अलावा अररिया जिला अन्य छोटे-छोटे गांव एवं नगर पालिकाओं का भी समूह है, इस जिला में कुल 751 गांव एवं 3 नगर पालिका क्षेत्र है I तथा इस जिले की मुख्य भाषण में हिंदी और उर्दू सम्मिलित है I
अररिया जिला का इतिहास
भारत के अन्य विभिन्न शहरों एवं स्थान के जैसे ही, अररिया जिले का इतिहास भी अति प्राचीन है इस जिले के बारे में महाभारत काल से लेकर अंग्रेजों के शासन तक बहुत ही कम साक्षी एवं जानकारी मौजूद है महाभारत काल में यह पूर्वी भारत में भी की विजय का वर्णन करते हुए जिले की पुरातनता के बारे में जानकारी देती है कि इस जिले का इतिहास 100 – 200 वर्षों का नहीं बल्कि बहुत पुराना है
अररिया जिला को भारतीय इतिहास के तीन महत्वपूर्ण वंश के शासनकाल के कारण इसे “संस्कृतियों का संगम” स्थान के नाम से भी जाना जाता है
भारत में हुई 1857 की क्रांति में आजादी के पहले युद्ध में अररिया जिले में विद्रोहियों और जॉर्ज यूले के बीच झड़प देखने को मिलती है, और यह झड़प अररिया जिले के नाथपुर के नजदीक हुई थी 1864 में अररिया जिला को बेहतर प्रशासन प्रदान करने के लिए उपप्रभाग के रूप में गठित किया गया था I
अंततः अररिया जिला को 1990 में एक पूर्ण जिला का दर्जा दे दिया गया I
सार्वजनिक सेवाएं/ एवं ज़रूरतें –
इस जिले में आम आदमी एवं अन्य व्यक्तियों के लिए बिहार सरकार के द्वारा अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं जैसे कॉलेज, विश्वविद्यालय, अस्पताल, सरकारी एवं प्राथमिक तथा उच्च माध्यमिक विद्यालय, नगर पालिका, बैंक, पुलिस स्टेशन, बिजली, डाक एवं अन्य गैर सरकारी संगठन I इस जिले में सार्वजनिक उपयोगिताओं जैसे कॉलेज एवं विश्वविद्यालय की संख्या 3 अस्पताल 11 नगर पालिका 3 बैंकों की संख्या 10 गैर सरकारी संगठन 3 सहित अन्य चीज मौजूद हैं I
लोकसभा क्षेत्र का नाम | अररिया |
विधानसभा क्षेत्र की कुल संख्या | 6 |
कुल गांव | 751 |
कॉलेज एवं विश्वविद्यालय | 3 |
नगर पालिका की संख्या | 3 |
NIC पोर्टल की उपयोगिता
अररिया जिले NIC की पोर्टल के माध्यम से वहां के स्थानीय निवासियों को निर्वाचन, आपूर्ति, प्रमाण पत्र, सामाजिक सुरक्षा एवं अन्य जो सामान्य जीवन से जुड़ी हैं NIC पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है I NIC पोर्टल के माध्यम से वे अभ्यर्थी जो शिक्षित हैं और किसी जॉब की तलाश में हैं तो इस जिले के NIC पोर्टल के माध्यम से उसे भर्ती एवं भर्ती प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जाती है
जैसे बिहार टोला सेवक, शिक्षा सेवक, तालिमी मरकज, वन स्टॉप सेंटर, कार्यालय परचरी, संविदा भर्ती, बाल विकास केंद्र, आंगनबाड़ी एवं सहायिका जैसी अन्य महत्वपूर्ण पदों की भर्ती प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जाती है जिसके माध्यम से इच्छुक अभ्यर्थी NIC पोर्टल के Notice वाले क्षेत्र में जाकर Recruitment ऑप्शन पर क्लिक कर जिले से संबंधित सभी एवं मुख्य भर्तियां के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं I
अररिया जिला हेल्पलाइन नंबर
इस जिले में अन्य सभी सुविधाओं के साथ लोगों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध कराया जाता है खासकर चाइल्ड हेल्पलाइन, महिला हेल्पलाइन, अपराध ठहरने वाला, हेल्पलाइन एंबुलेंस, अग्निशमन, एवं भारतीय रेल से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण हेल्पलाइन की सुविधा प्रदान की जाती है I
संबंधित व्यक्ति | हेल्पलाइन नंबर | संबंधित व्यक्ति | हेल्पलाइन नंबर |
महिला हेल्पलाइन | 1091 | अपराध ठहरने वाला | 1090 |
चाइल्ड हेल्पलाइन | 1098 | भारतीय रेल | 139 |
अग्निशमन | 101 | एम्बुलेंस | 102, 108 |
अररिया जिला प्रमुख नदियां
अररिया जिला का कुल क्षेत्रफल जैसा कि मैं आपको पहले बताया 2830 वर्ग किलोमीटर है पूरे क्षेत्रफल में अररिया जिले में पांच नदियों का प्रवाह है जो निम्न है
1. कोसी नदी
2. सुवाड़ा नदी
3. काली नदी
4. परमार नदी
5. एवं कोली नदी
इन पांच नदियों का प्रवाह अररिया जिले से होता है, और यही पांच नदियां अररिया जिले की प्रमुख नदियों में गिनी जाती हैं I
अर्थव्यवस्था का आधार – अररिया जिला
इस जिले के की पूरी अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है, एवं इस जिले की मुख्य कृषि उत्पादन के रूप में धान, मक्का का उत्पादन सबसे अधिक होता है, भारत सरकार के द्वारा इस 2006 में पूरे भारत में 250 रैंकिंग देते हुए अररिया जिले को देश के सबसे पिछड़े जिलों की सूची में शामिल कर दिया था, और इसीलिए अररिया जिला को पिछड़ा क्षेत्र अनुदानिधि कार्यक्रम से धन दिया जाता है I और यह धन अररिया जिला इसलिए मिलता है ताकि वह अपने इस रैंकिंग को थोड़ा और सुधार सके ताकि वह भारत के उन चुनिंदा जिलों में शामिल हो सके, जो इस लिस्ट में आगे हैं I
पर्यटक स्थल, अररिया जिला
1. वृक्ष वाटिका – रानीगंज
रानीगंज वृक्ष वाटिका यह बिहार के अररिया जिले में मौजूद है, अररिया जिला मुख्यालय से इसकी कुल दूरी 30 किलोमीटर है, इस वाटिका की खास बात यह है कि यह बिहार सरकार द्वारा अधिसूचित वन भूमि है, रानीगंज वृक्ष वाटिका को पहले हसनपुर बालू-धीमा के नाम से भी जाना जाता था I रानीगंज वृक्ष वाटिका तक पहुंचने के लिए 1. सड़क मार्ग 2. वायु मार्ग 3. एवं ट्रेन का प्रयोग किया जा सकता है I
2. कुसिंयारगांव – जैव विविधता उद्यान
कुसिंयारगांव , यह बिहार का पहला बायोडायवर्सिटी पार्क है, यह पार्क अररिया जिले में पर्यटन को काफी बढ़ावा दे रहा है एवं पार्क के बनने के बाद अररिया जिले में पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिला है, इस पार्क में पर्यटकों की संख्या का तता इसलिए लगा रहता है, क्योंकि यह पार्क अररिया जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है इसलिए यह पार्क दूर-दराज से आने और जाने वाले लोगों की नजरों से बच नहीं पता है I रानीगंज वृक्ष वाटिका की तरह ही इस पार्क तक पहुंचाने के लिए सड़क मार्ग, रेल मार्ग, वायु मार्ग का प्रयोग किया जाता है I
निष्कर्ष :-
साथियों इस आर्टिकल के माध्यम से आप सभी को अररिया जिले के लगभग सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर जानकारी दी गई है जैसे पर्यटन स्थल, अररिया जिले का इतिहास, नागरिक सेवाएं, प्रशासनिक सेवाएं, अर्थव्यवस्था का आधार, हेल्पलाइन नंबर, अररिया जिले की प्रमुख नदियां एवं अन्य बिंदुओं पर चर्चा की गई है I
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